सुषमा स्वराज का 67 की उम्र में हुआ निधन, अपूर्णीय क्षति

नई दिल्ली । देश की एकमात्र एवं पहली विदेश मंत्री (पूर्व) एवं भाजपा ही नहीं बल्कि देश की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में देर रात निधन हो गया है जोकि देश के लिए अपूर्णीय क्षति साबित हुई है । वहीं म्रत्यु का कारण मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट आने पर उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था जहाँ उन्होंने जीवन की आखिरी सांस ली । जिसके बाद सुषमा स्वराज के निधन की खबर आग की तरह समूचे देश में फैल गई जिससे देश भर में शोक की लहर सी छा गई । सूचना पाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के पक्ष – विपक्ष सहित तमाम नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है । सुषमा स्वराज के जीवन से जुडी कुछ अहम जानकारी अपने पाठकों को बताते चलें कि सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी, 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था, उन्होंने अंबाला कैंट के एसएसडी कॉलेज से स्नातक एवं चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की थी । पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने सबसे पहले जय प्रकाश (जे०पी०) नारायण के आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था जिससे वो लाइमलाइट में आई थीं । जिसके बाद 1977 में महज 25 साल की उम्र में ही वो हरियाणा विधानसभा में विधायक चुनकर आईं और मंत्री बनीं थीं । उसके आगे 1979 में उन्हें हरियाणा में जनता पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया गया । इतना ही नही राजनीति में पैठ जमने के बाद अप्रैल 1990 में वो पहली बार सांसद बनकर राज्यसभा पहुंचीं थीं । इसी प्रकार 1996 में वो पहली बार लोकसभा पहुंची और अटल बिहारी सरकार में उन्हें सूचना प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । इसी के बाद केंद्र सरकार में मंत्रालय संभालने के फौरन बाद वो 1998 में दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री भी बनीं थीं हालांकि दिल्ली में बीजेपी की सरकार गिरने के बाद सुषमा स्वराज ने पुनः वापस राष्ट्रीय राजनीति में लौट गईं । 2000 में उत्तर प्रदेश से चुनकर वो वापस राज्यसभा पहुंचीं थीं एवं एक् बार फिर 2003 तक वो सूचना और प्रसारण मंत्री रहीं थीं । इसी दरम्यान 2003 -2004 तक सुषमा स्वराज को स्वास्थ्य मंत्री भी बनाया गया था । स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर उन्होंने 6 एम्स अस्पताल की मंजूरी दी थी ।
2009 के आम चुनावों में सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से जीतकर फिर लोकसभा पहुंची थीं, जहां 15वीं लोकसभा में सुषमा स्वराज को नेता प्रतिपक्ष भी बनाया गया था ।
इसी तरह 2014 में हुए आम चुनाव में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ जीतकर सत्ता में लौटी और सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री बनाया गया जोकि सुषमा स्वराज के रूप में देश की पहली पूर्णकालिक विदेश मंत्री बनी थीं, हांलाकि इससे पहले इंदिरा गांधी के पास विदेश मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार था । विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा स्वराज को लोगों ने काफी पसंद किया था क्यूंकि वो ट्विटर पर लोगों की परेशानी सुनती थीं और उस पर फौरन कार्रवाई भी करती थीं । उन्होंने विदेश मंत्री रहते हुए कई भारतीयों को जो विदेशों में कैद थें या फंसे हुए थे को राहत दिलाते हुए परिजनों तक पहुंचने का खूब काम किया था जिससे वो हमेशा सुर्खियों में बनी रहती थीं । बीते 2019 के आम चुनावों से पहले उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी और चुनाव नहीं लड़ी थीं । फिलहाल चर्चा में था कि उनको जल्द ही राज्यपाल बनाकर किसी राज्य की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी लेकिन असमय ही काल के गाल में समा गईं हरदिल अजीज नेता सुषमा स्वराज । देश हमेशा ही ऐसे नेताओं को इतिहास के पन्नों में अवश्य याद रखेगी ।

रिपोर्ट – शीबू खान

कौशाम्बी : बजरंगियों व विहिप द्वारा एससी बस्ती में किये गए उत्पात के विरोध में उतरें कई संगठन, लगाई न्याय की गुहार व न्याय न होने पर दी चेतावनी

  • बहुजन क्रांति मोर्चा की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने विहिप व बजरंग दल के खिलाफ किया प्रदर्शन
  • विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ताओ के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग के लिए डीएम को सौपा ज्ञापन
  • दोषियों पर कार्यवाही न होने पर जिले से लेकर प्रदेश तक प्रदर्शन की दी चेतावनी

कौशाम्बी – करारी । बीते रविवार को करारी थाना क्षेत्र के बरलहा गांव में विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओ द्वारा अनुसूचित जाति के बस्तियों में जिस तरह से उत्पात और अत्याचार किया और अनुसूचित जाति के गरीब लोगो को पुलिस कि मौजूदगी में दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया था एवं उल्टा पीड़ित पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस द्वारा दो लोगो का चालान कर दिया गया था । इसी के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा की अगुवाई में दर्जनों संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, भीम आर्मी, भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन मुक्ति पार्टी, अखिल भारतीय युवा मोर्चा सहित अन्य दर्जनों संगठनों के जुड़े सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने जिला मुख्यालय मंझनपुर के मुख्य चौराहे से बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद कार्यकताओं के खिलाफ नारे बाजी की और साथ ही बजरंग दल की तानाशाही नही चलेगी, धर्म के नाम पर गुंडागर्दी नहीं चलेगी, विहिप, बजरंग दल मुर्दाबाद आदि के नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे , जहाँ जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसडीएम सतीश चंद्र को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में बजरंगदल व विश्व हिंदू परिषद के लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। साथ ही कहा कि अगर बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ़ कड़ी कानूनी कार्यवाही नही हुई तो बहुजन क्रांति मोर्चा, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, भीम आर्मी सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ता शांत नही बैठेंगे ये सब मिलकर जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक सड़क पर उतर कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए उग्र आंदोलन करेंगे । इस दौरान प्रदर्शन में उपस्थित संतोष यादव (जिला संयोजक बहुजन क्रांति मोर्चा), नरेंद्र कुमार ( जिलाध्यक्ष, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा), भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष शक्ति प्रकाश, विक्रम सिंह (प्रदेश कोषाध्यक्ष, भारती युवा मोर्चा), मनका प्रसाद (प्रवक्ता), सुरेंद्र मौर्य (BMP), रमेश चंद्र, धंनजय भारती, एड० शिवराज भारती, अंगद मौर्य, सुनील चौधरी, अरुण, अनुज, लाल जी उर्फ इन्द्रजीत पूर्व प्रधान सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं के अलावा स्थानीय लोगों की भारी भरकम भीड़ उपस्थित रही ।रिपोर्ट- इन्द्रजीत

जीएसटी : माह जुलाई में 1.02 लाख करोड़ रहा जीएसटी का कलेक्शन

नई दिल्ली । सरकार द्वारा लागू किये गए वस्तु एवं सेवा कर यानि जीएसटी में माह जुलाई 2019 में भारी भरकम धनराशि का संग्रह हुआ है । बताते चलें कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का सकल संग्रह जुलाई में ₹1.02 लाख करोड़ रहा। यह पिछले जून महीने के संग्रह के मुकाबले थोड़ी बेहतर स्थिति में रह है । इसी क्रम में बताते चलें कि एक साल पहले जुलाई के ₹96,483 करोड़ के जीएसटी संग्रह से 5.8 प्रतिशत अधिक है। वहीं चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह पिछले महीने जून में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे ₹99,939 करोड़ पर गया था। जुलाई 2019 में केंद्रीय जीएसटी संग्रह ₹17,912 करोड़, राज्य जीएसटी ₹25,008 करोड़ और एकीकृत जीएसटी ₹50,612 करोड़ रहा। साथ ही एकीकृत जीएसटी में आयात पर वसूला गया ₹24,246 करोड़ का जीएसटी भार भी शामिल है। इतना ही नहीं इसमें उपकर का संग्रह ₹8,551 करोड़ रहा जिसमें आयात पर ₹797 करोड़ का उपकर भी शामिल है।


रिपोर्ट – शीबू खान

एडीआर रिपोर्ट : भाजपा की संपत्ति में इज़ाफ़ा तो कांग्रेस की संपत्ति में हुआ घाटा

नई दिल्ली । जिस प्रकार से जिस राजनीति दल की सत्ता आ जाती है तो उसी प्रकार से उस दल की संपत्ति व आय में इज़ाफ़ा भी होने लगता है ठीक इसी प्रकार भाजपा के सत्तारूढ़ होने पर आए दिन इसकी संपत्ति में भारी इज़ाफ़ा होता हुआ दिखाई दे रहा है जबकि बुरी परिस्थितियों से जूझ रही कांग्रेस पार्टी की सम्पत्ति में कमी आती भी देखी जा रही है । इसी कड़ी में एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने बुधवार को देश की सात प्रमुख पार्टियों द्वारा घोषित संपत्ति का लेखा-जोखा पेश किया। जिसमें सामने आया कि वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में भाजपा की संपत्ति करीब 22.27% बढ़ी। 2016-17 में जहां उसकी घोषित संपत्ति 1213 करोड़ रुपए थी, वहीं एक साल में यह संख्या बढ़कर 1483 करोड़ पहुंच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के अलावा सात अन्य पार्टियों की संपत्ति में भी इस दौरान कुल 6% की वृद्धि दर्ज की गई। इसी के आगे क्रम में रिपोर्ट में दर्शाया गया कि 2017-18 में जिन पार्टियों ने अपनी संपत्ति घोषित की उनमें भाजपा, कांग्रेस, राकांपा, बसपा, सीपीआई, सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं। 2016-17 के 3260.81 करोड़ रुपए के मुकाबले 2017-18 में इनकी कुल संपत्ति 3456.65 करोड़ रु. पहुंच गई। वहीं रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान सिर्फ कांग्रेस और राकांपा ही दो पार्टी थीं, जिनकी सालाना घोषित संपत्ति में गिरावट आई। कांग्रेस की संपत्ति में 2016-17 के 854.75 करोड़ रु. के मुकाबले 2017-18 में 724.35 करोड़ रु. पहुंच गई। यह 15.26% की गिरावट थी। दूसरी तरफ एनसीपी की संपत्ति इस दौरान 11.41 करोड़ रु. से गिरकर 9.54 करोड़ रुपए पहुंच गई । बताते चलें कि चुनाव आयोग ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया से राजनीतिक दलों की ऑडिटिंग शुरू करने के लिए गाइडलाइन तैयार करने को कहा था। इसका मकसद पूरी प्रक्रिया में एकरूपता लाना था। फरवरी 2012 में ‘गाइडेंस नोट ऑन अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग ऑफ पॉलिटिकल पार्टीज ’या ‘अकाउंटिंग गाइडलाइंस’ तैयार की गईं। इन गाइडलाइन्स के आधार पर राजनीतिक दलों के वित्तीय घोषणापत्र, आय-खर्च, संपत्तियों और देनदारी का आकलन किया गया। पहली बार में देश की सात राष्ट्रीय दलों को शामिल किया गया। इसी क्रम में एडीआर ने 16 दिसंबर 2017 को घोषित की गई रिपोर्ट के आधार पर सात राष्ट्रीय दलोंकी चल-अचल संपत्ति का लेखा-जोखा पेश किया था। इसमें 2004-05 से 2015-16 तक के वित्तीय वर्षों का लेखा-जोखा शामिल था। दलों में भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, सीपीआई, सीपीएम और टीएमसी शामिल थीं। बताते चलें कि बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट में 2016-17 और 2017-18 का विश्लेषण पेश किया गया। इसमें राजनीतिक दलोंद्वारा घोषित संपत्ति का ब्यौरा इस प्रकार है:

  • 2016-17 में सात राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित की गई कुल संपत्ति 3260.81 करोड़ रु. थी, जो 2017-18 में 6% बढ़कर 3456.65 करोड़ रु. हो गई।
  • 2016-17 में भाजपा द्वारा घोषित कुल संपत्ति 1213.13 करोड़ रु. थी, जो 2017-18 में 22.27% बढ़कर 1483.35 करोड़ रु. हो गई।
  • 2016-17 और 2017-18 में कांग्रेस की संपत्ति में 15.26 % की कमी (854.75 करोड़ रुपए से 724.35 करोड़ रुपए) आई, जबकि एनसीपी की संपत्ति में 16.39% की कमी (11.41 करोड़ रुपए से 9.54 करोड़ रुपए) आई। कांग्रेस और एनसीपी ऐसी दो राष्ट्रीय पार्टियां हैं, जिनकी संपत्तियों में कमी आई।
  • टीएमसी की संपत्ति 2016-17 में 26.25 करोड़ रुपए से 29.10 करोड़ रुपए हुई। यहां करीब 10.86 % की बढ़ोतरी हुई।

2016-17 और 2017-18 में राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित पूंजी:

  • 2017-18 में घोषित पूंजी के आधार पर भाजपा सबसे बड़ा दल। उसके पास 1461.97 करोड़ रु. की पूंजी।
  • 2017-18 में बसपा के पास 714.97 करोड़ रु. और सीपीएम के पास 479.58 करोड़ रु.की संपत्ति।
  • 2016-17 में सीपीआई ने सबसे कम पूंजी घोषित की, जो कि 1.43 करोड़ रु.थी। एनसीपी ने 5.86 करोड़ रु.घोषित किए।

रिपोर्ट – शीबू खान

उन्नाव की बेटी को न्याय के लिए कांग्रेसियों ने किया उपवास

– विधायक सेंगर को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग

कौशाम्बी । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आहवान पर उन्नाव की बेटी को न्याय दिलाने के लिए बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी एवं जिला यूथ कांग्रेस के संयुक्त तत्वाधान में कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट में बैठकर एक दिन का उपवास रखा। कांग्रेसियों ने उपवास के दौरान प्रदेश सरकार से रेप पीडि़ता के उचित इलाज के साथ-साथ उसके अधिवक्ता की भी बेहतर इलाज की व्यवस्था कराने की मांग की है। इसके अलावा बलात्कार व हत्या के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भारतीय जनता पार्टी से तत्काल बर्खास्त किये जाने की भी आवाज बुलन्द की।
पीसीसी सदस्य एवं जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व यूथ कांग्रेस के संयुक्त नेतृत्व में उन्नाव की बेटी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेसियों ने एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम आयोजित किया। उपवास कार्यक्रम में कांग्रेसियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उपवास स्थल पर कांग्रेसियों ने तीन सूत्रीय मांगे रखी। जिसमें जीवन और मौत से जूझ रही रेप पीडि़ता व उसके अधिवक्ता के सर्वोच्च इलाज की व्यवस्था कराने, पीडि़ता के परिवार को तत्काल आर्थिक मदद मुहैया कराने, आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भाजपा से तत्काल बर्खास्त करने तथा रायबरेली जेल में निरूद्ध पीडि़ता के चाचा को परिवार की देखभाल के लिए सरकार से तत्काल एक माह के लिए पैरोल दिये जाने की मांग शामिल है। उपवास कार्यक्रम में रजनीश पांडेय, शमीम आलम, जुगुल किशोर, वेद प्रकाश, सरदार हुसैन रिज़वी, शाहिद सिद्दीकी, फूलचंद्र सरोज सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – आर० पी० यादव / बंशीलाल

धर्म विशेष : सावन के दूसरे सावन पर हुआ शिवलिंग का जलाभिषेक, गूंजे हर हर महादेव के जयकारे

सावन के दूसरे सोमवार पर शिवालयों में गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे, हुआ जलाभिषेक

  • भक्ति में भक्त दिखते सराबोर, बम भोले का करते नजर आए गुणगान
  • शिवालयों में गूंजे हर हर महादेव के जयकारे
  • कांवड़ियों द्वारा लाया गया गंगा जल, हुआ जलाभिषेक
  • जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद

कौशाम्बी । सावन का महीना चल रहा है, जिले भर के शिवमंदिर भक्तों से गुलजार हैं। सुबह-शाम दोनो पहर जयकारों की गूंज से आसपास का वातावरण भी भक्ति के माहौल से सराबोर हो जाता है। पहले सोमवार से भगवान शिव की पूजा अर्चना का जो दौर शुरू हुआ वह दूसरे सोमवार भी बदस्तूर जारी रहा। शहर के प्रमुख मंदिर दुर्गा मंदिर में स्थापित विशालकाय शिवलिंग में महिला व पुरूषों ने लाइन में लगकर भोले शंकर के दर्शन किये।
सोमवार को सुबह भोर से ही भगवान शंकर की पूजा अर्चना व दर्शन के लिए भक्तों की लाइन लग गयी। सबसे पहले कांवरियों द्वारा गंगा से लाये गये जल से जलाभिषेक किया गया। इसके साथ पूजा-अर्चना का सिलसिला और तेज हो गया। बेलपत्र, फूल, धतूरा, दूध-दही समेत पूजा में लगने वाली अन्य सामग्री के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना भक्तों द्वारा की जाती रही। भक्तों ने भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना भी की। बताते चलें कि रविवार को शिवभक्त कावंर संघ के भक्तों ने भगवान शिव के जयकारे लगाते हुए मां शीतला धाम कड़ा पर पहुंचे थे और वहां से भोर के समय ही गंगा जल लेकर मंदिर पहुंच गये। सबसे पहले कांवरियों द्वारा ही जलाभिषेक किया गया। दुर्गा मंदिर के अलावा दीवर कोतारी स्थित माहबली बाबा सहित जनपद के भिन्न – भिन्न शिवालयों, शीतलन आदि मंदिरों में भोले शंकर की पूजा अर्चना के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिरों के बाहर प्रसाद एवं पूजा सामग्री के साथ ही खाद्य पदार्थ, घरेलू सामग्री व महिलाओं की श्रृंगार सम्बन्धित सामग्री की दुकाने सजी रहीं। महिलाओं ने जहां खरीददारी की वहीं बच्चे खाद्य पदार्थों का लुत्फ लेते रहे। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रमुख मंदिरों के बाहर पुलिस बल भी तैनात रहा।

रिपोर्टर – प्रियंका यादव

जिपं अध्यक्ष के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू

कौशाम्बी । जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उपचुनाव के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। बताते चलें कि अध्यक्ष पद के लिए 5 उम्मीदवारों ने खरीद रखा है नामांकन पत्र। इन पांच उम्मीदवारों में मधु वाचस्पति, अवध रानी, अनामिका सिंह, कल्पना सिंह व वंदना मौर्य ने नामांकन पत्र ख़रीदा है । ज्ञात हो कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 29 जुलाई को मतदान होना है।

https://www.domainindia.org/login/aff.php?aff=1790

रिपोर्ट – मोहम्मद आबिद, उप सम्पादक

फतेहपुर : प्रेमी युगल ने एक दूसरे की बांहों में तोड़ा दम

  • प्रेमी की शादी होने के बाद भी दोनों का प्यार नहीं हुआ कम – साथ जीने साथ मरने की कसम को निभाया

  • – साथ जीने साथ मरने की कसम को निभाया

फतेहपुर। साथ जीने व साथ मरने की कसम खाने वाले प्रेमी युगल ने इन पंक्तियों को सही साबित करते हुए जहर खाकर एक-दूसरे की बांहों में दम तोड़ दिया। प्रेमी की एक माह पूर्व ही किसी अन्य युवती से शादी हो गयी थी। इसके बावजूद दोनों का प्यार कम नहीं हुआ। प्रेमी युगल लगातार एक-दूसरे से मिलते रहे और साथ में ही दोनों ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
जानकारी के अनुसार हथगाम थाना क्षेत्र के गौसपुर गांव निवासी सुदेश पाल पुत्र स्व0 इंद्रसेन पाल 30 वर्ष का प्रेम संबंध गांव की ही शिवरानी पाल पुत्री रामशरन पाल 22 वर्ष से काफी समय से चल रहा था। सुदेश की शादी सात मई को फैजुल्लापुर निवासी हरिश्चंद्र की पुत्री शीला से हो गयी थी लेकिन प्यार में दीवाने दोनों प्रेमी युगल का आपस में मिलना-जुलना जारी रहा। बुधवार की देर शाम शिवरानी देवी शौच के बहाने घर से निकली और लौटकर घर नहीं पहुंची। जिससे परेशान शिवरानी के घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। इसी बीच जानकारी हुयी कि गांव का ही सुदेश पाल भी शाम से गायब है। दोनों के परिवार के लोग तलाश करते रहे लेकिन रातभर दोनों का कहीं पता नहीं चला। गुरूवार की सुबह जब ग्रामीण शौचक्रिया के लिए जा रहे थे तो गांव के पास ही नहर किनारे दोनों के शव एक-दूसरे की बांहों में मिले। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी जानकारी परिजनों को देने के साथ-साथ पुलिस को दी। दोनों के परिवारीजनों के साथ-साथ चौकी प्रभारी आशुतोष सिंह हमराही रोहित यादव एवं राजेंद्र यादव के साथ पहुंचे। दोनों शवों को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चौकी प्रभारी ने बताया कि प्रेमी युगल के मुंह से छाग निकल रहा है। प्रथम दृष्टया मामला जहर खाकर आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। उन्होने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि इनकी मौत किस कारण से हुयी है। उधर शव मिलने पर दोनों परिवारीजनों के बीच कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। मृतक सुदेश पाल की पत्नी शीला रो-रोकर बेदम हो रही थी। जिसे पास-पड़ोस के लोग ढाढंस बंधाते रहे।

रिपोर्ट – वज़ीम सलमानी

सरकारी आवास जो राजस्व कर्मियों के लिए बनाए गए थे, जिसमें कई वर्षों से बाहरी आदमी जमाये हुए हैं कब्ज़ा

मंझनपुर तहसील में बने सरकारी आवास जो राजस्व कर्मियों के लिए बनाए गए थे जिसमें कई वर्षों से बाहरी आदमी कब्ज़ा जमाये हुए हैं और आवास खाली ना होने की वजहे से दूर से आने वाले लेखपाल या तो किराये के घर पर रहे राहे या फिर बाइक से 2 घंटे का सफर तय कर के आते हैं और फिर जाते हैं रोज़ रोड पर इतना लंबा सफर कर के आना जाना कितना भारी पड़ सकता है ये तो हमे बताने की ज़रूरत नही है आप को अखबार के माध्यम से पढ़ने वा सुनने को मिल जाता होगा क्यों कि आये दिन कोई ना कोई हादसा रोड पर होता रहता है , कभी भी इनका सफर आखिरी सफर बने इससे पहले ज़िले के ज़िम्मेदार इसकी जांच करवाएं वा जो भी लोग अवैध तरीके से रहे राहे उन्हें बाहर निकाला जाए, और जिनके लिए आवास बनाये गए हैं उन्हें आवंटित किया जाए ।

रिपोर्ट:- काशिफ रिज़वी